राज्य के उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा- क्या बिहार पर मंडरा रहा बिजली संकट का खतरा?
राज्य के उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा बिहार में किसी तरह की बिजली की संकट नहीं है. राज्य के उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि बुधवार को जो तूफान आया था और कुछ जगह ओले गिरे थे उसके कारण ही पावर कट की तात्कालिक और लोकल समस्या हुई थी. उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने माना कि कुछ देर के लिए समस्या बाधित हुई है लेकिन बिजली संकट जैसी कोई बात नहीं है.
कुछ दिनों बिहार में बिजली संकट की स्थिति उत्पन्न होने की खबरें लगातार आ रही थाीं. बिहार में मांग और आपूर्ति का अंतर 1000 मेगावाट तक पहुंच चुका है. गर्मी को देखते हुए बिजली की मांग बढ़ गई है, वहीं आपूर्ति तय सीमा से काफी कम हो रही है. ऐसे में पावर कट लगाने की संभावना बढ़ गई है. जानकारी के अनुसारर, बिहार में फिलहाल 6200 से 6400 मेगावाट बिजली की जरूरत है. दूसरी तरफ, मांग के मुकाबले 1000 मेगावाट बिजली की कम आपूर्ति की जा रही है.
बिहार को फिलहाल 5400 मेगावाट बिजली ही मिल रही है. दरअसल, बिहार सरकार और NTPC के बीच 5200 मेगावाट बिजली उपलब्ध कराने का करार है, लेकिन बिजली उत्पादक कंपनी की ओर से फिलहाल 4200 मेगावाट बिजली की ही आपूर्ति की जा रही है. यदि यही स्थिति बरकरार रही तो आने वाले समय में प्रदेश में बिजली आपूर्ति की समस्या गहरा सकती है
बिहार में स्मार्ट मीटर में आ रही समस्या पर मंत्री ने कहा कि इस तरह की कोई समस्या नहीं आ रही है पूरे जांच-पड़ताल के बाद ही मीटरों को लगाया गया है. 3 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है लेकिन कोई कंप्लेन नहीं आ रहा है. बिहार में 24 घण्टे बिजली की सप्लाई के मामले में मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा पिछले कैबिनेट में अपग्रेडेशन और मॉडिफिकेशन के लिए साढ़े 13 हजार करोड़ का एक प्रोजेक्ट अप्रूव हुआ है ,उसको अपडेट किया जाएगा पूरे सिस्टम को मॉडिफाई किया जाएगा साथ ही नई तकनीक का प्रयोग किया जाएगा और ज्यादा बेहतर किया जाएगा ताकि कोई शिकायत नहीं मिले और 24 घंटे बिजली मिल सके.
योजना आयोग के अखबारों में आये पत्र पर मंत्री विजेंदर यादव ने कहा कि नीति आयोग के वाइस चेयरमैन को हमने पत्र लिखा था आपके आंकड़े और बिहार सरकार के विभिन्न विभागों के आंकड़े मेल नही खाते है. विजेंद्र यादव ने कहा कि परसों योजना मंत्री का पत्र आया उन्होंने लिखा कि यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम के आधार पर सर्वे किया गया है. यही पत्र पेपर में आया है.